लाउड स्पीकर विवाद अभी थमा नहीं था कि दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जन्मोत्सव पर हिंसा भड़क गई। अब घटना के दिन के डराने वाले वीडियो वायरल हो रहे हैं। कुछ वीडियो में तो बच्चे भी पत्थर फेंकते दिख रहे हैं। इलाके में असहज कर देने वाली शांति है। पुलिस और सेंट्रल फोर्स के जवान जहांगीरपुरी के चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं। ये खबर आपने दैनिक भास्कर पर पढ़ ली है।
धर्म को लेकर इतनी खींचतान के बीच आज हम आपके लिए यूपी की 5 दमदार कहानियां लेकर आए हैं। यकीन मानिए ये कहानियां इतनी ताकतवर है कि इन्हें पढ़कर आप धर्म, जाति, ऊंच-नीच जैसी सारी बातों को भूल जाएंगे। चलिए एक-एक करके हर कहानी से गुजरते हैं।
कहानी 1: बरेली के दानिश खान को लोग भगवान राम के नाम से जानते हैं
दूरदर्शन पर 90 के दशक में एक सीरियल आता था, जिसका नाम का 'रामायण'। इसमें राम का किरदार निभाने वाले एक्टर अरुण गोविल को रीयल लाइफ में लोग भगवान राम मानने लगे थे। ठीक ऐसी ही पहचान बरेली के दानिश खान की बन गई है।
बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र में पड़ता है पुराना शहर मोहल्ला। यहां दशहरे पर होने वाली रामलीला को देखने के लिए यूपी के साथ देशभर से लोग आते हैं। यहां की रामलीला में भगवान राम का किरदार निभाने वाले दानिश खान बरेली में कहीं भी चले जाएं, लोग उन्हें राम जी के नाम से जानते हैं। पुराना शहर मोहल्ले की रामलीला की खास बात ये है कि इसका मंचन करने वाले आधे से ज्यादा लोग मुस्लिम हैं। रामलीला में कैकेयी का किरदार समयून खान निभाती हैं।
रामलीला में भगवान राम का किरदार निभाने वाले दानिश कहते हैं, "राम जी का किरदार निभाना मेरे लिए गर्व की बात है। इसे निभाने के लिए रामलीला होने के दो महीने पहले से मैं सात्विक जीवन में आ जाता हूं। मांस-मछली तो दूर की बात रही, किसी भी बाहरी खाने को हाथ तक नहीं लगाता। यहां बीते 5 वर्षों से मुस्लिम परिवार के लोग रामलीला का मंचन करते रहे हैं। हमारे लिए जो अल्लाह है, वही राम है।"
कहानी 2: खजनी शिव मंदिर में दर्शन के लिए मुसलमान लाइन लगाते हैं
गोरखपुर के खजनी गांव के झारखंडी शिव मंदिर में मुस्लिम पूजा के लिए लाइन लगाते हैं। शिव मंदिर को लेकर मुसलमानों की इस आस्था का कारण यहां का शिवलिंग है। यहां के रहने वाले मुस्लिम कहते हैं कि मंदिर में शिवलंग पर उर्दू भाषा में 'ला इलाहा इल्लललाह मोहम्मदमदुर्र रसुलुल्लाह' लिखा हुआ है। इस्लाम में इन शब्दों को पवित्र माना जाता है।
झारखंडी शिव मंदिर में मुस्लिम अक्सर नमाज अदा करने आते हैं। लोग मानते हैं कि मंदिर में आकर मांगी गई मन्नत हमेशा पूरी होती है।
झारखंडी शिव मंदिर में मुस्लिम अक्सर नमाज अदा करने आते हैं। लोग मानते हैं कि मंदिर में आकर मांगी गई मन्नत हमेशा पूरी होती है।
खजनी के रहने वाले संदीप कहते हैं, "मोहम्मद गजनवी ने भारत पर जब आक्रमण किया था, तो उसने यहां के मंदिरों को खूब लूटा। जब उसकी नजर इस मंदिर पर पड़ी थी, तो उनसे यहां के शिवलिंग को उखाड़ने के आदेश दिए थे, लेकिन उसकी सेना इस शिवलिंग को उखाड़ नहीं सकी।
इसके बाद उसने गुस्से में यहां के शिवलिंग पर ये कलमा खुदवा दिया। इसके पीछे उसकी सोच थी कि ऐसा करने से हिंदू यहां पूजा करना बंद कर देंगे पर ऐसा नहीं हुआ। यहां तब से हिंदुओं के साथ मुसलमान भी दर्शन करने आने लगे।"
साभार- भास्कर
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