बुंदेलखंड ट्रूपल
हम 'स्वतंत्र बुंदेलखंड-सफल बुंदेलखंड' की अवधारणा को मजबूत बनाने के साथ, एक धन संपन्न और खुशहाल बुंदेलखंड के निर्माण हेतु जन जागरूकता बढ़ाने वाले, एकमात्र चैनल के रूप में क्षेत्रीय जनता को साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं।
बुंदेलखंड ट्रूपल चैनल, बुंदेलखंड क्षेत्र के सभी 13 जिलों (मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश के अंतर्गत) में जमीनी स्तर पर सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। चैनल के प्रतिनिधि सभी जिलों में सामाजिक व राजनीतिक विषयों से संबंधित परिचर्चा को बल दे रहे हैं, तथा जनता की समस्याएं सीधे शासन-प्रशासन तक पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त यह प्लेटफार्म, बुंदेलखंड की लोक संस्कृति, लोक कला को जीवित रखने हेतु, संगीत क्षेत्र से जुड़ा कार्यक्रम 'बुंदेली बावरा', अदाकारी से सम्बंधित कार्यक्रम 'बुंदेली मेस्ट्रो' तथा बुंदेलखंड के क्षेत्रीय व्यंजनों से जुड़ा, खासकर बुंदेली महिलाओं के लिए आयोजित कार्यक्रम 'बुंदेली शेफ' जैसे कार्यक्रमों का आयोजन भी कर रहा है।
हमारे प्रतिनिधि:

शिवांगी तिवारी
छतरपुर

अधिमान्य पत्रकार राजीव शुक्ल
खजुराहो

अरबाज खान
खजुराहो

रजनीश नामदेव
पन्ना

अमित नामदेव
हमीरपुर

सीमा गिरी
बांदा

जमील खान
टीकमगढ़

नितिन नामदेव
महोबा

राजेंद्र सिंह
छतरपुर

सोहिब राइन
झाँसी

देवेश कुमार
जालौन

प्रदीप गुप्ता
चित्रकूट

आशीष मिश्रा
दतिया
क्षेत्रीय कार्यालय पता: Chobey colony, near private Bundelkhand ITI College, Chhatarpur, Madhya Pradesh 471001, Mob.+91 97550 20247
हमारे जन लोकप्रिय कार्यक्रम:
बुंदेली शेफ:
बुंदेलखंड के जायकेदार व्यंजनों पर आधारित, खासकर देश के किसी भी क्षेत्र में रहने वाली बुंदेली महिलाओं के लिए आयोजित यह कार्यक्रम, अपने पहले सफल सीजन की असीम लोकप्रियता के साथ देश-दुनिया को बुंदेली व्यंजनों से रूबरू करा रहा है. इस प्रतियोगिता में देशभर से बुंदेली माटी से जुड़ी महिलाएं हिस्सा ले रही हैं.
बुंदेली मेस्ट्रो:
यह अदाकारी से संबंधित अपने आप में पहला ऐसा कार्यक्रम है, जो बुंदेलखंड क्षेत्र के युवा, अनुभवी व प्रतिभाशाली अदाकारों को एक प्रभावशाली मंच उपलब्ध करा रहा है. इस प्रतियोगिता के माध्यम से क्षेत्र के हुनरमंद कलाकारों को देश दुनिया के समक्ष प्रदर्शित करने का काम किया जा रहा है.
बुंदेली बावरा:
बुंदेली बावरा, संगीत प्रेमियों से संबंधित एक ऐसी प्रतियोगिता है, जिसे बुंदेलखंड की लोकगीत-लोकसंगीत और कविताओं के प्रशंसकों के बीच लोकप्रियता मिली है. इसके माध्यम से क्षेत्र के गायक-गायिकाओं को एक प्रतिष्ठित मंच प्राप्त होता है, जहाँ उनकी प्रतिभा और आवाज दुनिया के सामक्ष प्रदर्शित की जाती है.
2 टिप्पणियाँ
बहुत बढिया ....सुसंस्कृत समाचारो के लिये शुभकामनायें.....
जवाब देंहटाएंPlz Visit www.bundelijhalk.in
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